अपनी जिंदगी में अच्छे (positive) बदलाव करने के लिए योग और मेडिटेशन | Yog aur Meditation in Hindi |

ज्यादातर लोग समझते हैं कि योग और मेडिटेशन एक ही है | लेकिन योग और मेडिटेशन में बहुत बड़ा अंतर है | मेडिटेशन यह योग का ही हिस्सा है |

योगा और मेडिटेशन के फायदे | benefits of yoga and meditation

योगा और मेडिटेशन आपके माइंड को शार्प, तनावमुक्त बनाती है। हर रोज योगा करने वाला व्यक्ति, मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहता है। मस्तिष्क और शारीरिक स्वास्थ्य ही हमारे जीवन को सही दिशा में ले जाते हैं।

अच्छी नींद

अगर हम सोने से पहले 10 से 15 मिनट तक योगा मेडिटेशन करते हैं तो हम तो हमें बहुत ही अच्छी नींद आती है। योगा और मेडिटेशन करने से हमारा मस्तिष्क रिलैक्स होता है।

मेडिटेशन मदद करता है

  • मेलाटोनिन (melatonin) बढ़ाने के लिए ( A sleep Harmone)
  • सेरोटोनिन (serotonin) बढ़ाने के लिए। (Precursor of melatonin)
  • दिल की धड़कने धीमी करता है।
  • ब्लड प्रेशर कम करता है।
  • मस्तिष्क का वह पाठ सक्रिय करता है जो कि नींद को नियंत्रित करता है।

अस्थमा में लाभदायक

अगर आप नियमित रूप से योगा तथा मेडिटेशन करते हैं, तो यह कई रिसर्च से प्राप्त हुआ है कि आपके श्वास लेने की क्रिया में गजब सुधार आता है। प्राणायाम की मदद से ब्रीडिंग प्रॉब्लम राहत मिल सकती है। अगर आप सही रूप से मेडिटेशन करते हैं तो आप अपनी सांसो पर काबू कर सकते हैं।

आजकल हम बहुत सारे कार्यों जिम्मेदारियों तनाव और भर के साथ एक तेजतर्रार जीवन जीते हैं विचार प्रक्रिया और हमें द्वारा पूरे दिन किए जाने वाले कार्यों के बीच एक महत्वपूर्ण समानता है लेकिन जब आपके विचार और कार्य एक परिपूर्ण मेल होते हैं तो आप संघर्ष है या तनाव को महसूस नहीं करते हैं और वास्तव में उस समय पर केंद्रित केंद्रित होते हैं आप वर्तमान क्षण में जीने के लिए प्रतिबद्ध है इसके अलावा आप अधिक आनंद महसूस करने करते हैं और कम थके हुए होते हैं

ध्यान का मतलब है कि खुद के साथ थोड़ा समय बिताना। पूरे दिन हम इधर उधर भाग दौड़ करते रहते हैं तो इन सब से थोड़ी राहत पाने के लिए हमें ध्यान की आवश्यकता होती है।

योग करने के दौरान हम हमारी बॉडी का मोमेंट करते हैं योग के दौरान अलग-अलग आसनों के कारण बॉडी मूवमेंट होता है जबकि मेडिटेशन या नहीं अपना ध्यान कहीं केंद्रित करना है ध्यान केंद्रित करने के लिए हम अपनी सांसों की सहायता ले सकते हैं।

बहुत से लोग समझते हैं कि ध्यान करना यानी प्रार्थना करना असल में ऐसा नहीं है। ध्यान करने आया ने अपने आप के साथ थोड़ा समय बिताना । हम कह सकते कि ध्यान एक शरीर को विश्राम देने की क्रिया है। हमें अपने विचारों का केंद्रीकरण करना बहुत ही आवश्यक है। ध्यान करना यानी इसी कार्य को एकाग्रता से करना होता है।

दिन भर के स्ट्रेस को मिटाने के लिए ध्यान एक कारगर तरीका है। बड़ी आसानी से आप ध्यान तथा मेडिटेशन का आचरण कर सकते हैं।

ध्यान या मेडिटेशन क्या है और कैसे करते हैं

मेडिटेशन याने हमारे चंचल मन को एकाग्र या एक जगह केंद्रित करना। अपने अनुभव किया ही होगा कि हमारे मन में एक साथ कई विचार आते हैं। इन विचारों को हटाकर हमारा मन एक आगरा या एकत्रित करना इसे ही मेडिटेशन या ध्यान कहते हैं। ध्यान करने से हमें आंतरिक रूप से शांति का अनुभव होता है।

मनुष्य को आत्मिक शांति प्रदान करना का प्रभाव से ध्यान लगाना की चेतना को विशेष अवस्था मिलाने की कोशिश को ही मेडिटेशन अथवा ध्यान कहते हैं। ध्यान क्रिया मानव मस्तिष्क को एकाग्र करने तथा आत्मविश्वास बढ़ाने तथा भौतिक दबावों का सामना करने की शक्ति प्रदान करती हैं। ध्यान करने से मानवी शरीर मैं बहुत चमत्कारिक बदलाव देखे जा सकते हैं। ध्यान करने से मानवी शरीर की पूर्ण शक्ति का उपयोग करा जा सकता है।

ध्यान करते वक्त मन के विचार हम कार्य अदा करते हैं मिशन की शुरुआत मेडिटेशन के शुरुआती दौर में आप को 10:15 मिनट तक ध्यान करने का प्रयास करना चाहिए जब आप इस समय तक ध्यान करने के अभ्यास को जाएं तो समय को अपनी इच्छा के अनुसार आधे घंटे या 1 घंटे तक बढ़ा सकते हैं|

मनुष्य जीवन आज के समय में अत्यधिक तनाव, अधिक बीमारियों, और अपनी ज़िन्दगी में संतुलित विकास के लिए एक स्वस्थ शरीर और मन की आवश्यकता है। योग और ध्यान दो ऐसी चीजें हैं जो आपके शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने में मदद करती हैं। इस ब्लॉग में हम योग और ध्यान के इतिहास, उनके लाभ और आप इन चीजों को अपने दैनिक जीवन में कैसे शामिल कर सकते हैं इस विषय पर चर्चा करेंगे।

योग और ध्यान का इतिहास:

योग और ध्यान का इतिहास बहुत पुराना है और भारत में उन्हें अपने संस्कृति का हिस्सा माना जाता है। योग और ध्यान को मौन वार्ता, विवेक वचन या समाधि के नाम से भी जाना जाता है। योग के तन्त्र शास्त्रों में शरीर, मन और आत्मा के संयोग के माध्यम से संतुलन के लिए उपाय बताये गए हैं। ध्यान के तन्त्र शास्त्रों में मन को शांत करने और उसे नियंत्रित करने के लिए उपाय बताए गए हैं।

योग और ध्यान के लाभ

योग और ध्यान का अध्ययन करने से पता चलता है कि इन दोनों के प्रयोग से हमारे शरीर और मन को कई लाभ प्राप्त होते हैं। यह लाभ शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक होते हैं।

शारीरिक लाभ: योग और ध्यान आपके शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। योग आपकी शारीरिक ताकत को बढ़ाता है, संचार तंत्र को सुधारता है, आपकी डायबिटीज और दिल की बीमारियों को कम करता है, आपके हृदय को स्वस्थ बनाए रखता है और स्ट्रेस और तनाव को कम करता है। ध्यान आपकी मानसिक तथा शारीरिक तनाव को कम करता है और आपकी मनोदशा को शांत करता है।

मानसिक लाभ: योग और ध्यान का अभ्यास आपकी मानसिक सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ध्यान आपकी मनोदशा को शांत करता है, आपकी तनाव को कम करता है, आपकी चिंताओं को कम करता है, आपके नींद को सुधारता है और आपकी मनशक्ति को बढ़ाता है।

आध्यात्मिक लाभ: योग और ध्यान का अभ्यास आपकी आध्यत्मिक तरंगों को स्थिर करता है और आपकी आत्मा के विकास में मदद करता है। योग आपकी आध्यात्मिक संयम को बढ़ाता है, जो आपकी आत्मा के विकास में मदद करता है।

इसलिए, योग और ध्यान का अभ्यास आपकी शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

योग और ध्यान कैसे करें:

योग और ध्यान करने के लिए आपको कुछ आसान तरीके हैं जो आपको इसमें मदद कर सकते हैं। योग और ध्यान करने से पहले आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहि

  1. आराम: योग और ध्यान के अभ्यास में शुरूआत में आपको आराम करना चाहिए। आपको सुबह उठने के बाद शुरूआत में धीरे-धीरे आराम करना चाहिए।
  2. श्वास लेना: योग और ध्यान के अभ्यास के लिए आपको श्वास लेने के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। श्वास लेने के लिए आपको धीरे-धीरे श्वास लेना चाहिए। श्वास को बाहर निकालने के लिए नाक से श्वास लेना चाहिए। यदि आपके पास श्वास लेने के बारे में कोई समस्या होती है, तो आप एक योग अध्यापक से सलाह ले सकते हैं।
  3. स्थिरता: योग और ध्यान के अभ्यास में स्थिरता बहुत महत्वपूर्ण होती है। आपको एक स्थिर आसन में बैठना चाहिए। आसन के लिए आप एक योग अध्यापक से सलाह ले सकते हैं।
  4. मन: योग और ध्यान के अभ्यास में मन बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपको अपने मन को शांत करना चाहिए। यदि आपके मन में कोई विचार आते हैं, तो उन्हें आने-जाने दें। धीरे-धीरे आपके मन की स्थिति शांत हो जाएगी।

योग अभ्यास करने के लिए आप एक योग अध्यापक से सलाह ले सकते हैं। आप उनसे अलग-अलग प्रकार के आसनों के बारे में जान सकते हैं। आप योग के बारे में अधिक जानने के लिए अपने निकटतम योग केंद्र में जा सकते हैं।

ध्यान करने के लिए, आपको एक शांत स्थान की तलाश करनी होगी। आप एक कमरे में जाकर या फिर आप एक खुले स्थान पर जाकर ध्यान कर सकते हैं। आप अपने शरीर को सुखाने के लिए एक समयोगासन लेने के बाद आप अपने मन को शांत करने के लिए अपनी नजरों को बंद करें। आप उन विचारों को आने जाने दें जो आपके मन में आते हैं। वे आएँगे और जाएँगे, लेकिन आपको उन पर ध्यान नहीं देना है। धीरे-धीरे आपके मन की स्थिति शांत हो जाएगी। यदि आपका मन फिर भी उद्विग्न होता है, तो आप ध्यान लगाने के लिए अपनी नाभि के नीचे अपने हाथ रख सकते हैं।

ध्यान एक आद्यात्मिक अभ्यास है जो आपको अपने जीवन में नए दृष्टिकोण देने में मदद करता है। यह आपकी चेतना को बढ़ाता है और आपको अपने जीवन में शांति और सुख लाता है। योग और ध्यान के अभ्यास से आप एक नया जीवन जीने का अनुभव कर सकते हैं।

ध्यान का अभ्यास करने के लिए, आप दिन में किसी भी समय ध्यान लगा सकते हैं। यह आपकी पसंद और आराम के अनुसार हो सकता है। ध्यान के अभ्यास को दिनभर की भागदौड़ में भी किया जा सकता है। अधिकतर लोग रात को सोने से पहले ध्यान लगाते हैं। ध्यान के अभ्यास को एक स्थिर जगह पर करना बेहतर होता है, जिससे आपके मन को आराम मिल सके और आपको अपने ध्यान में उतनी ही देर रहने में आसानी हो। अपनी प्रारंभिक ध्यान सत्रों में आप केवल दो-तीन मिनट ध्यान लगाएं और उन्हें धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं।

ध्यान के अभ्यास का आधार आपके स्वस्थ मन और शरीर पर होता है। यह आपको स्थिरता और शांति के साथ एक नए जीवन का अनुभव कराता है। ध्यान लगाने से आपके अंतरंग शक्तियों में उतार-चढ़ाव होता है जो आपको अपने जीवन में नए रूपों में सकारात्मकता के रूप में महसूस होता है।

ध्यान करने से आपके मन को भी स्वस्थ रखा जा सकता है। यह आपको स्वस्थ मन का एक नया स्तर प्राप्त करने में मदद करता है और आपको निश्चित रूप से आराम प्रदान करता है। ध्यान लगाने से आपके दिमाग में चिंताओं और उत्सुकताओं की स्तिथि कम हो जाती है। यह आपकी मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है और आपको शांति के साथ रहने में मदद करता है।

ध्यान के विभिन्न प्रकार होते हैं जो आप अपनी जरूरत के अनुसार चुन सकते हैं। कुछ लोग शांति और चित्त को स्थिर करने के लिए मंत्र या उपदेश का उपयोग करते हैं। कुछ लोग श्वास ध्यान का उपयोग करते हैं, जो उन्हें स्थिरता और ध्यान की अवस्था में ले जाता है। वहीं, कुछ लोग योगाभ्यास के दौरान ध्यान को सक्रिय करते हैं और ध्यान संरेखण या दृष्टिकोण का उपयोग करते हैं।

ध्यान करने के लिए आपको एक स्थिर और शांत जगह की आवश्यकता होती है। एक सुखग और ध्यान एक साथ किया जा सकता है, जो आपके शरीर और मन दोनों को स्वस्थ बनाए रखता है। योगाभ्यास आपके शरीर को फिट और स्वस्थ रखने में मदद करता है और ध्यान आपके मन को शांत रखता है। योग में अनेक प्रकार के आसन होते हैं जो शरीर की लचीलापन को बढ़ाते हैं और संतुलित शारीरिक विकास के लिए मदद करते हैं।

ध्यानासन या मेडिटेशन सीट का उपयोग करना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इससे आपके पीठ की मांसपेशियां और पीठ की हड्डियां स्थिर होती हैं। ध्यान करते समय आप अपनी दृष्टि को एक निश्चित स्थान पर केंद्रित कर सकते हैं, जैसे कि अपने श्वास के ऊपरी भाग पर।

ध्यान करने से आप अपने मन को स्थिर रख सकते हैं और उसे एक निश्चित स्थान पर केंद्रित कर सकते हैं। ध्यान करने से आप अपनी समस्याओं का सामना करने की क्षमता बढ़ाते हैं और उन्हें हल करने के लिए नई तकनीकों का अभ्यास कर सकते हैं। इसके अलावा, ध्यान करने से आप अपने मन की स्वस्थता और खुशी में सुधार कर सकते हैं।

अगर आप ध्यान और योग के बारे में जानना चाहते हैं तो आप निकटतम योग स्टूडियों से संपर्क कर सकते हैं। योग स्टूडियों में आपको उचित मार्गदर्शन दिया जाएगा और आपको सही ढंग से योग करना सिखाया जाएगा। ध्यान के लिए आप इंटरनेट पर विभिन्न वीडियो और ऑडियो क्लिप्स भीउपलब्ध हैं जो आपको ध्यान और मेडिटेशन करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। इन्हें इस्तेमाल करके आप घर पर भी ध्यान और मेडिटेशन कर सकते हैं।

ध्यान और मेडिटेशन के फायदों के अलावा, इन तकनीकों को अपनाने से आप अपनी जीवनशैली को भी स्वस्थ बना सकते हैं। ध्यान और मेडिटेशन आपको स्वस्थ मन और शरीर के लिए आवश्यक शक्ति प्रदान करते हैं। इससे आपके शरीर में रक्तसंचार में सुधार होता है जो आपके अंगों को स्वस्थ और कार्यक्षम बनाता है। ध्यान और मेडिटेशन से आप अपनी नींद की गुणवत्ता भी सुधार सकते हैं जिससे आपके शरीर को पूर्ण आराम मिलता है और आप स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

इसके अलावा, ध्यान और मेडिटेशन से आप अपने दिमाग को शांत रखते हुए उन बातों का सामना करने की क्षमता प्राप्त कर सकते हैं जो आपको तनाव में डालते हैं। इससे आप शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करते हैं जो आपकी जिंदगी को बेहतर बनाने में बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए, ध्यान और मेडिटेशन करने से आप अपनी मानसिक शक्ति को बढ़ा सकते हैं और समस्याओं का सामना करने की क्षमता प्राप्त कर सकते हैं। इससे आपके साथ जो भी घटित हो रहा है, उससे निपटने की क्षमता बढ़ जाती है।

ध्यान और मेडिटेशन आपके स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक हैं। इसलिए, आपको इन तकनीकों को अपनी जीवनशैली का एक हिस्सा बनाना चाहिए। अधिक से अधिक ध्यान और मेडिटेशन करने से आपके शरीर, मन और आत्मा स्वस्थ बने रहते हैं।

ध्यान और मेडिटेशन करने के लिए आप अपने आसपास के ध्यान और मेडिटेशन संसाधनों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, आप नियमित रूप से ध्यान और मेडिटेशन का अभ्यास करने से आप अपनी शक्तियों को विकसित कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन का आनंद उठा सकते हैं।